हॉं बिल्कुल सही सोच रहे हो अभी तो ओर अकेला लगेगा ,सुनो अब तो तरस खा लो खुद पर ओर कब तक दुसरो के पीछे भागते रहोगे । मैं समझ रही हूँ तुम चाहते हो की कोई तो तुम्हारा अपना हो जो हर वक्त तुम्हें ये अहसास दिलाये कि तुम अकेले नहीं हो ।
यू तो कहने को तो तुम्हारे पास अपना पूरा परिवार भी है लेकिन सब अपने आप में व्यस्त हो गए है । अच्छा तो किसी का भी ध्यान तुम्हारे तरफ नहीं जा रहा । शायद तुमने किसी से शेयर ही नहीं किया कि तुम सबके होते हुए भी अकेला महसूस कर रहें हो ।
बस इतना भी मत मुस्कुराया करो की कोइ तुम्हारा दर्द समझ ही न पाये । अच्छा तो किसी को जताना भी नहीं चाहते कि बहुत अकेला फील कर रहे हो । चलो अच्छी बात है तो तुम्हें भी अपनी जिंदगी का अकेलापन दूर करना है तो एक बात अच्छे से समझो कि पति ,पत्नि ,बच्चे , मॉं –बाप ,गर्लफ्रेंड ,बोयफ्रेंड ,बेस्टफ्रेंड आदि एसे ही कुछ लोग हमारे आसपास होते है |
जिन्हें हम हमारा खास समझते है जब तक ये लोग हमें वेल्यू देते है तब तो ठीक है जैसे ही ये लोग अपनी लाइफ पर फोकस करते है तो अकेलापन जिंदगी में ऐंटर करने लगता है और ये जीवन में हमेंशा चलता रहेगा । समझना ये है कि आखिर कब तक , तब तक जब तक आप अपने लिए एसी व्यवस्था नहीं कर लेते की ये सब लोग यदी आपके जीवन में न भी रहे तो भी आपके अंदर अकेलापन न घुस सके |
ओर ये तभी होगा जब तक आप एसा कोई उददेश्य नहीं ढूंढ लेते जिस पर आप अपने जीवन के आखरी दिन तक काम कर सके ओर आपको मजा आये ।क्यो कि अकेलापन तभी महसूस होता है जब हम किसी से भावनात्मक रूप से जुड़ जाये ओर वो जब आपको छोड़ कर चला/ चली जाते है तो वो दुख बहुत अकेला कर देता है ।
लेकिन तुम समझदार बन जाओ क्योंकि अगर तुम्हें किसी ने अकेला देख लिया और अगर वो समझ गया कि ये तो टूटा हुआ इंसान है तो लूट लिए जाओगे ओर तुम्हें पता भी नहीं चलेगा ।लोगे के सहारे तुम जीवन तो काट लोगे लेकिन जब तक ये तुम्हारे पास रहेंगे तुम खुश रहोगे और जब ये तुम्हें छोड़कर चले जाएंगे तो फिर अकेले हो जाओगे।और तुम्हे जीवन का सबसे बड़ा सच भी बता दूं कि आज जितने भी लोग तुम्हारे जीवन में है धीरे धीरे ये सब लोग तुम्हें छोड़कर चले जाएंगे ।
क्यू कि मौत तो सबकी निश्चित है न आज तो वो तुम्हे अपना वक्त नहीं दे रहे अपना साथ नहीं दे रहे जैसे तुम चाहते हो तो तुम्हारी ये हालत हे कि अकेला महसूस करने लगे ओर जिस दिन वो इस दुनिया से चले जाएगें तो क्या करोगे तुम । ओर इस अशांति के साथ तुम खुश नही रह पाओगे । तो मेरे दोस्त हकिकत मे जीना आज से ही सीख लो ।
आज से ही अपने आप में कोई एसा हुनर ढूंढ लो जिसमें तुम्हें मजा आये ओर वो विषय एसा हो कि जब तुम उस पर काम करो तो समय का भी पता न चले तब तुम जानोगे कि वह काम कुछ ही दिनो में तुम्हारा पहला प्यार बन जाएगा । और फिर कौन हे कौन नही है तुमहारे जीवन में इससे कोई खास फर्क नही पड़ेगा क्योकि तुम व्यस्त रहना सीख जाओगे और तुमने इस काम के जरिए आपना प्यार भी तो ढूंढ लिया तो बताओ कि कहा से अकेलापन रहा ।
हो गए न अकेलेपन से दूर अब हो रही है न खूशी महसूस ,शाबाश…. इसलिए स्थायी जो रहेगा तुम्हारे जीवन के अंत तक उस के बारे में सोचो ओर उस पर काम करो । इन इंसानो से अपने दिल जोड़ोगे तो कभी ये तुम्हे धोका दे जांएगे ओर किसी भी वक्त तुम अकेले पड़ जाओगे ।पर इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि तुम अपने आस पास के लोगो से रिश्ते नाते ही खतम करदो ।
तुम्हे बस अपने माइंड को ट्रेनिंग देनी होगी कि आज जिन लोगो से तुम खुदको जुड़ा हुआ महसूस करते हो कल वो लोग तुम्हें छोड़कर भी जा सकते है और इस बात की कोई श्योरिटी नहीं है । मैं जानती हु इस अकेलेपन से लड़ना बहुत मुश्किल है लेकिन अगर तुम आज से ही अपने आप को तैयार करने लगो इमोश्नल लेवल पर तो तुम पाओगे जिन्दगी आसान सी लगने लगेगी तम्हें । और तुम अपनी जिम्मेदारियॉ ओर अच्छे से नीभा पाओगे ।
लोग अक्सर अकेलापन इसलिए भी महसूस करने लगते है क्योकिं वो जीवन की सच्चाई जानते हुए भी हर रोज उस बात को अपने दिमाग को याद नही दिलाते की तुम यहा बस कुछ रोल निभाने आये हो जो ईश्वर ने तुम्हे सौपें हे अगर उनसे भावनात्मक रूप से जुड़ोगे तो कभी खुश नही रह पाओगे ।
Absolutely true
Yes